Page 49 - Mann Ki Baat Hindi
P. 49

े
        हैं  अिनन  लखरा,  जयो  टयोक्यो  2020
                                                         े
                                               ु
        रैरालि िं वरक में लनशानेबाज़्री में स्वण्प रदक   “कछ  ददन  रहि  ह्री  हम  मयोद्रीज्री  स  े
        ज्रीतने िाि्री इवतहास की रहि्री भारत्रीय   लमिने ददल््री गए। उनसे लमि कर
                                                          ां
        मठहिा  बनीं,  णजसक  लिए  उन्  हाि  ह्री   आयुष कयो अरने अदर एक अज्रीब स्री
                       े
                                ें
                                                 ्प
        में  रद्मश््री  रुरस्कार  लमिा।  राजस्ान   ऊजा का अनुभि हयो रहा था और हम
        के   सभुन्र  मसंह  रभुज्गर  ने  टयोक्यो  2020   सब  कयो  भ्री  बहुत  अच्ा  महसूस  हयो
        रैरालि िं वरक में काांस् रदक ज्रीता। टयोक्यो   रहा था। मयोद्रीज्री से लमि कर आयुष
                                                 े
                                                            ां
                            े
                               ां
         े
        क लिए रिाना हयोने से रहि सुदर ने कहा   कयो प्रणा लमि्री वक इसान कयो कभ्री
                            ां
        था, “मैं 2016 से टारगेट ओिवरक रयोठियम   भ्री  ठहम्त  नहीं  हारन्री  चाठहए  और
                                  ूँ
        स्कीम  (TOPS)  क  साथ  जुड़ा  ह  और   हमेशा  आगे  की  ओर  बढ़ते  रहना
                       े
        शुरुआत से ह्री इस स्कीम से और भारत्रीय   चाठहए। अगर हम आगे की ओर बढ़त  े
                                               ें
                                                                    े
        खेि प्ागधकरण (SAI) द्ारा भ्री मुझे बहुत   रहगे तयो हमें सफिता ज़रूर लमिग्री।"
                         ूँ
                     ै
        सहायता लमि्री  ह।  यहा  तक  वक  हाि  ह्री
                                                         - ददव्ययाग कलयाकयार
                                                              ं
                                     ां
                               ृ
        में इन्ोंने िेट रलनिंग क लिए कवत्म अग
                         े
                                                        आयुष कण्डल की मया ँ
                                                              ु
        िगिाने और भािा खर्रीदने क लिए मुझे
                              े
        आलथविक मदद भ्री द्री, णजससे मुझे अरने थ्यो
                                                            ै
                                           लनखारा  जा  सकता  ह।  ददवाांगजनों  क
                                                                        े
        में  बहुत  सहायता लमि्री।  उन्ोंने  मुझे  जयो
                                           लिए सुविधाओां और सेिाओां कयो समािेश्री
        सहययोग ददया ह, उसक लिए मैं िास्ि में
                        े
                    ै
                                           तथा  सुिभ  बनाने  क  लिए  विलभन्न
                                                            े
                       ूँ
        उनका शुरिगुज़ार ह।”
                                           वकफ़ायत्री  सहायक  उरकरण,  तकन्रीक
              ां
        प्धानमत््री मयोद्री ने अरने  ‘मन  की बात’
                                           और प्रौद्योगगकी विकणसत की जा सकत्री
        सम्योधन  में  इस  बात  रर  ज़योर  ददया  वक
                                                                    ू
                                            ै
                                           ह,  जयो  भारत्रीय  रठरिेश  क  अनुकि  हयो,
                                                              े
        नए  युग  क  निाचारों  और  प्रौद्योगगवकयों
                े
                                                   े
                                           तावक उनक लिए ज्रीिनयारन आसान हयो
        का िाभ उठाकर ददवाांगों की प्वतभा कयो
                                           सके ।
                                                                     े
                                           2014  से  रहि  सुगम्ता  से  जुड़  मुद्ों
                                                      े
                                           रर  इतना  ध्ान  नहीं  ददया  जाता  था।
                                           न  तयो  लनलचित  समयस्रीमा  क  साथ  कयोई
                                                                े
                                           मजबूत  कानून  बनाया  गया  था,  न  ह्री
                                             ूँ
                                           रहुच सुलनलचित करने क लिए कयोई विशेष
                                                            े
                                                                     े
                                           अलभयान  िागू  वकया  गया  था।  िवकन
                                           श््री  नरेन्द्  मयोद्री  ने  प्धानमत््री  क  रूर
                                                                     े
                                                                 ां
                                                    े
                                                        े
                                           में  शरथ  िने  क  बाद,  ‘सबका  साथ,
                                           सबका विकास, सबका विश्वास’ क अरने
                                                                    े
                                           णसद्धान् क अनुरूर स्स्वत कयो बदिने का
                                                   े
                                           सकल्प  लिया।  साि्पभरौलमक  रहुच  प्दान
                                                                   ूँ
                                            ां
                                                 े
                                           करने  क  लिए  भारत  सरकार  ने  अरने
                                       46
   44   45   46   47   48   49   50   51   52   53   54