Page 17 - Mann Ki Baat - Hindi May 2022
P. 17

‘सुकन्या  समृद्द्ध  योजिा’
         े
                       ु
        क  तित  खाते  खििाए
        और उसमें अपिे 25 िाख
        से  ज़ादा  रुपये  जमा
                          े
        करिा  फदए।  ऐसे  िी  सिा
        का  एक  और  उदािरण
        यू.पी. में आगरा क कचौरा
                     े
        गाूँि  का  ि।  काफती  साि
                 ै
                       े
        से इस गाूँि में मीठ पािी
        कती  वकल्त  थी।  इस
                 े
        बीच गाूँि क एक वकसाि
         ुं
        किर  रसंि  को  गाि  से
                        ूँ
        6-7 वकिोमीरर दूर अपिे खेत में मीठा
                                           मेरे प्ारे दशिामसयरो,
                                                     े
                             े
        पािी  नमि  गया।  यि  उिक  निए  बहुत
                                           आज  ‘मि  कती  बात’  में  िमिे  समाज
        ख़ुशी  कती  बात  थी।  उन्ोंिे  सोचा  क्ों
                                           से  जुड़  कई  मित्वपण  विरयों  पर  चचा  न्स
                                                          ू
                                                            न्स
                                                े
        ि इस पािी से बाकती सभी गाूँििारसयों
                                           कती।  आप  सब  अिग-अिग  विरयों
                            े
                े
        कती  भी  सिा  कती  जाए।  िवकि,  खेत  स  े
                                                े
                                                        न्स
                                                      ू
                                           से  जुड़  मित्वपण  सुझाि  मुझे  भेजते  ि  ैं
                            े
        गाूँि तक पािी ि जािे क निए 30-32
                      े
                                                     े
                                           और  उन्ीं  क  आधार  पर  िमारी  चचा  न्स
                           ु
        िाख  रुपये  चाहिए  थे।  कछ  समय  बाद
                                                     ै
                                           आगे बढती ि। ‘मि कती बात’ क अगि  े
                                                                   े
         ं
                      े
        किर रसंि क छोर भाई श्याम रसंि सिा
                                    े
                  े
         ु
                                                    े
                                            ं
                                           सकिरण क निए अपिे सुझाि भेजिा
                                    ें
        से  हररायर  िोकर  गाूँि  आए  तो  उन्  य  े
                                           भी मत भनिएगा। इस समय आज़ादी क
                                                                        े
                                                  ू
                                  ें
        बात  पता  चिी।  उन्ोंिे  हररायरमर  पर
                                           अमृत मिोत्सि से जुड़ जो कायन्सरिम चि
                                                           े
        नमिी  अपिी  सारी  धिरारश  इस  काम
                                           रि  ि,  रजि  आयोजि  में  आप  शानमि
                                             े
                                               ैं
         े
        क  निए  सौंप  दी  और  खेत  से  गाूँि  तक
                                               े
                                           िो  रि  ि,  उिक  बारे  में  भी  मुझे  ज़रूर
                                                       े
                                                 ैं
        पाइपिाइि  वबछाकर  गाूँि  िािों  क
                                      े
                                           बताइए। Namo app और MyGov पर
        निए  मीठा  पािी  पहुचाया।  अगर  िगि
                        ूँ
                                                               ं
                                           मुझे  आपक  सुझािों  का  इतज़ार  रिगा।
                                                                      े
                                                   े
        िो, अपिे कत्तव्ों क प्वत गम्ीरता िो
                   न्स
                        े
                                           अगिी  बार  िम  एक  बार  फफर  नमिगे,
                                                                       ें
        तो  एक  व्क्क्  भी  कसे  पूरे  समाज  का
                        ै
                                                  े
                                           फफर से दशिारसयों से जुड़ ऐसे िी विरयों
                                                              े
                         ै
        भविष्य बदि सकता ि, ये प्यास इसकती
                                           पर  बातें  करेंगे।  आप,  अपिा  ख़ाि
        बड़ी प्रणा ि। िम कत्तन्सव् पथ पर चित  े
                  ै
             े
                                           रखखए  और  अपिे  आस-पास  सभी
        हुए िी समाज को सशक् कर सकते ि,  ैं
                                           जीि-जंतुओं  का  भी  ख़ाि  रखखए।
                               ैं
        दश  को  सशक्  कर  सकते  ि।  आजादी
         े
                                                   े
                                           गनमसि यों  क  इस  मौसम  में  आप  पशु-
         े
        क  इस  ‘अमृत  मिोत्सि’  में  यिी  िमारा
                                                                    े
                                                  े
                                           पनक्यों  क  निए  खािा-पािी  दिे  का
        संकल्प  िोिा  चाहिए  और  यिी  िमारी
                                           अपिा माििीय दाक्यत्व भी निभाते रि-
                                                                        ें
        साधिा  भी  िोिी  चाहिए  और  रजसका
                                                                    े
                                           ये ज़रुर याद रखखएगा तब तक क निए
        एक  िी  माग  ि  -  कत्तन्सव्,  कत्तन्सव्  और
                    ै
                  न्स
                                           बहुत-बहुत धन्यिाद।
        कत्तन्सव्।
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