Page 31 - Mann Ki Baat - Hindi May 2022
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उपिधि करािे क
निए, उन्ोंिे अपिा
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कॉिज कायन्सरिम
शुरू वकया रजसमें िे
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कॉिजों में जाकर
फदव्ांग युिाओं कती
ैं
तिाश करते ि और
उन् प्रशनक्त करते
ें
ि। इसक अिािा,
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ैं
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िे इि कपनियों को
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फदव्ांगजिों क बारे में
भी जागरूक करते ि ैं
ें
और उन् यि समझिे
में मदद करते ि वक
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वकस फदव्ांग युिा को
क्ा कायन्स फदया जा
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सकता ि।
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"मुझे यि किते हुए खुशी िो रिी ि वक अक्धक कमाते ि। यि कायन्स अत्त प्रक
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आज िम इस क्ेत् में दनक्ण एरशया क ि। ख़ासकर माताए िमें बहुत आशीिान्सद
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सबसे बड़ संगठि ि। यि युिा, रजन् िम दती ि,” उन्ोंिे गिन्स से किा।
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प्रशक्ण दते ि और जो िौकरी करते ि, िे यि िास्ति में प्रणादायक ि वक कसे
ैं
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अपिे गाूँि िापस जाते ि। िे अपिे वपता यि संगठि उि फदव्ांग युिाओं को
ैं
से, जो शायद एक सीमांत वकसाि िो, सशक् बिा रिा ि रजिक पास अप्युक्
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200 गुिा अक्धक कमाते ि। कई बार िे क्मता ि और उिक एिं उिक पहरिारों
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अपिे गैर-फदव्ांग बिि और भाई से भी क जीिि को बदि रिा ि। ै
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