Page 34 - Mann Ki Baat - Hindi May 2022
P. 34
े
ू
ैं
े
आनथसिक रूप से सशक् बिा रि ि बक्कि आत्मनिभन्सर राष्ट् क सपिे में इि समिों
उन् सामारजक और राष्ट्ीय विकास म ें का अिूठा योगदाि एक बड़ी प्ेरणा
ें
े
ू
ैं
अग्णी कती भनमका भी प्दाि कर रि ि। सावबत हुआ।
जब दश कोविड-19 मिामारी कती चपर
े
े
सरकार िे उन् आिश्यक प्रशक्ण,
ें
ू
में था, तब महििा स्वयं सिायता समि
आनथसिक सिायता और प्गवत क अिसर
े
े
ु
इस असाधारण चिौती से निपरिे क
प्दाि करिे क निए कई मित्वपूणन्स पिि
े
े
निए आगे आए। चाि माकि बिािा िो,
ैं
कती ि। दीिदयाि अंत्ोदय योजिा-
सैनिराइजर बिािा िो, जरूरतमंदों को
राष्ट्ीय ग्ामीण आजीविका नमशि
भोजि मिया करािा िो या जागरूकता
ु
ै
(डीएिाई-एिआरएिएम) ग्ामीण गरीब
े
ै
फिािी िो- प्धािमंत्ी िरेन्द् मोदी क
महििाओं को स्वयं सिायता समूिों में
संगहठत करता ि जो उन् आिाज़, स्ाि
ै
ें
और संसाधि प्दाि करता ि। ै
“प्धािमंत्ीजी द्ारा कती गई प्शंसा
समूिों क सदस्ों क निए, स्वयं सिायता
े
े
ै
िमारे निए खुशी कती बात ि। यि
समूि प्बंधि पर नियनमत प्रशक्ण
ू
सभी स्वयं सिायता समिों कती
ैं
कायन्सरिम आयोरजत वकए जाते ि, जो
ै
े
जीत ि। मैं इसक सभी सदस्ों
बाजारों, वित्तीय साक्रता और आजीविका
कती ओर से अपिा धन्यिाद व्क्
संबंधी प्ौद्योक्गवकयों क बारे में िोते ि।
ैं
े
करिा चािती ह।”
ूँ
राष्ट्ीय ग्ामीण आजीविका नमशि, स्वयं
– मणणमेकलाई, सिायता समूिों क सदस्ों और उिक
े
े
महििा एसएचजी सदस्, तंजािुर समुदाय कती ऋण संबंधी जरूरतों को पूरा
करिे क निए विनभन्न प्कार कती निक्धयां
े
30