Page 59 - Mann Ki Baat - Hindi May 2022
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                                                                   े
        ििीं  ि।  िमें  िमेशा  याद  रखिा  चाहिए   अक्र सख्त िो जाती ि। योग क जादू
        वक  योग  शरीर,  मि  और  सासों  कती  िय   से  पेरशयों  को  आराम  नमिता  ि  और
                                                                   ै
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        में सामंजस् िाकर आपको अिेक िाभ     शरीर में िचीिापि आता ि।
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        दता ि। जब ऐसा सामंजस् बि जाता ि,  ै
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                                           योग – पररवत्टन कया वयाहक
                                      े
        जीिि अक्धक शांत, प्सन्न और पूणन्सता क
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                                           वपछि  5-6  िरषों  से,  योग  प्ायः  िर
        एिसास से भर जाता ि। ै
                                           व्क्क् कती जीििचयान्स का अंग िो गया
        मयात् शयारीररक अभ्याि नहीं
                                            ै
                                           ि।  जब  से  िमारे  माििीय  प्धािमंत्ी
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        खखिाड़ी  िोिे  क  िाते,  िमें  शारीहरक   िे 21 जूि को अंतरराष्ट्ीय योग फदिस
        स्वास्थ् क निए अभ्यास करिे क निए   मिाए जािे का प्स्ताि संयुक् राष्ट् में
                                  े
                े
        सुविधाए  तथा  साज़-सामाि  नमिते  ि  ैं  पाहरत करिाया ि, योग अब मात् स्वस्
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        िवकि मािरसक स्वास्थ् क निए कोई     जीिि जीिे कती भारतीय जीिि-शैिी
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                              े
        उपकरण  ििीं  िोता।  मािरसक  स्वास्थ्   िी  ििीं  रि  गया  ि,  बक्कि  विश्व्ापी
                                                         ै
        तो योग से िी नमि सकता ि। वकसी भी   िो गया ि। मैं तो योग को स्वस् जीिि
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        प्वतयोक्गता  को  जीतिे  क  निए  सबसे   कती िनश्क किा कहगी। एक बार आप
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        मूल्िाि तो आत्मबि िी िोता ि। ै     योग का अभ्यास शुरू कर द, आप क
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        “इसक  साथ  िी,  िरनिक्फ्ट ं ग  क  निए   शरीर-मि  में  निरंतर  सुधार  आते  िी
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        शारीहरक  ताकत  बढ़ािे  में  मांसपेरशया  ूँ  रिगे।
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