Page 57 - Mann Ki Baat - Hindi May 2022
P. 57

े
        का उल्ख वकया। आज जब
        पूरा  विश्  कोविड  मिामारी
                             ै
        क  प्कोप  से  उबर  रिा  ि,
         े
        यि  बहुत  आिश्यक  ि  वक
                          ै
        िम  पूरी  माििता  को  ‘एक’
        मािें तथा धमन्स, िस्ल, विचारों
                ृ
        और  संकिवत  क  आधार  पर
                    े
        भेदभाि ििीं करें। कोविड-19
                         ै
        क दौर िे िमें अपिे दनिक
         े
        जीिि में स्वास्थ् क व्ापक
                      े
        मित्व को समझिे को बाध्
        वकया  ि।  ऐसे  विकर  समय
              ै
        में,  योग  िोगों  का  पथ-प्दशन्सक  बिा  ि।   में  प्धािमंत्ी  िे  िोगों  से  अंतरराष्ट्ीय
                                      ै
        ज़ादा  से  ज़ादा  संख्ा  में  िोग  स्वस्   योग  फदिस  समारोिों  में  शानमि  िोिे
              ू
        और स्वतसि से भरे बिे रििे क निए योग   का आह्ाि वकया। उन्ोंिे दशिारसयों स  े
                              े
                                                                े
                 ैं
               े
        अपिा रि ि।                         योग को अपिे दनिक जीिि में अपिािे
                                                       ै
        आज़ादी क अमृत मिोत्सि िर में, आठिा  ूँ  का भी आग्ि वकया क्ोंवक एक स्वस्
                               न्स
                े
        विश् योग फदिस भारत में िी ििीं, अवपतु   व्क्क्  से  स्वस्  पहरिार,  और  अंततः
                                                             न्स
                                                                     ै
        पूरे  विश्  में  आयोरजत  वकया  जा  रिा  ि।   स्वस्  समाज  का  निमाण  िोता  ि।  यिी
                                      ै
                े
                       न्स
        स्वतंत्ता क 75 िर पूरे िोिे क उपिक्ष्   िए भारत, स्वस् भारत और फफर भारत
                               े
                                            े
                                                 न्स
                                                       ं
        में, दश क 75 धरोिर-स्िों पर कायन्सकमषों   क निमाण का मत् िै।
              े
           े
        कती  पूरी  तैयारी  िो  चुकती  ि।  योग  फदिस
                             ै
                     े
         े
        क  अिसर  पर  दश-विदश  में  िोिे  िाि  े  प्रधयानमंत्ी कया आह्यान
                          े
                            े
        समारोिों में िाखों िोगों क भाग ििे कती
                                  े
                                            “मैं  चाहगा  वक  आप  भी  अपिे  यिा  ूँ
                                                  ूँ
        उम्ीद ि। ै
                                            अभी  से  ‘योग  फदिस’  कती  तैयाहरया  ूँ
        प्धािमंत्ी िे अपिे भारणों में बार-बार   शुरू  कर  दीरजए।  ज़ादा  से  ज़ादा
                                    े
        स्वस् राष्ट् क अपिे विज़ि का उल्ख    िोगों से नमनिए, िर वकसी को योग
                  े
        वकया  ि।  यि  किि  दश  में  स्वास्थ्-  फदिस क कायन्सरिम में जड़िे क निए
                     े
                          े
               ै
                                                   े
                                                                   े
                                                               ु
        सिाओं  क  विस्तार  तक  सीनमत  ििीं   प्ोत्साहित कतीरजए। मुझे पूरा विश्ास
          े
                े
         ै
        ि,  बक्कि  इसमें  स्वास्थ्  बिाए  रखि  े  ि वक आप सभी योग फदिस में बढ़-
                                             ै
         े
                           ु
        क  निए  योग  और  आयिद  जैसी  रोग-   चढ़  कर  हिस्ा  िगे।  साथ  िी,  योग
                            के
                                                          ें
        रोधी पद्धवतयों पर विशर ध्ाि दिा भी   को अपिे जीिि में भी अपिाएगे।“
                          े
                                  े
                                                                   ूँ
               ै
        शानमि ि। ‘मि कती बात’ क 89िें प्सारण
                            े
                                       53
   52   53   54   55   56   57   58   59   60   61   62