Page 11 - Mann Ki Baat Hindi
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ह्री बढ़ा दत्री ह। हयो सकता ह वक आर अभ्री
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जहा हों, िहा रान्री रया्पप् मात्ा में उरिब्ध
हयो। िवकन, आरकयो उन करयोड़ों ियोगों कयो
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भ्री हमेशा याद रखना ह, जयो जि सकट
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िाि क्षेत्ों में रहते ह, णजनक लिए रान्री
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की एक-एक बूद अमृत क समान हयोत्री ह। ै
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अमि सरोिर : पटिाई, रामपुर
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सानरयो, इस समय आज़ादरी क 75िें साल
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में, आज़ादरी क अमि महोत्सि में, दश मजन िह, गांदग्री और कड़ क ढर से भरा हुआ था।
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संकल्ों को लकर आरे बढ़ रहा ह, उनम ें वरछि कछ हफ्ों में बहुत मेहनत करक,
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जल संरक्ण भरी एक ह। अमि महोत्सि स्ान्रीय ियोगों की मदद से, स्ान्रीय
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क दौरान दश क हर मजल में 75 अमि स्कि्री बच्ों की मदद से, उस गद तािाब
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सरोिर बनाये जाऍ ं रे। आप कल्ना कर का कायाकल्प हयो गया ह। अब, उस सरयोिर
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सकिे ह क्क क्किना बड़ा अमभयान ह। िो क वकनारे ठरटलनिंग िाि, चारद्रीिार्री, फि
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ददन दूर नहीं जब आपक अपने शहर म ें कयोट, फव्ारे और िाइठट िं ग और भ्री न जान े
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75 अमि सरोिर होंरे। मैं, आप सभरी से, क्ा-क्ा विस्ाए की गय्री ह। मैं रामरुर
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और खासकर, यभुिाओं से चाहरा क्क ि े की रटिाई ग्राम रचायत कयो, गाूँि कयो ियोगों
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इस अमभयान क बारे में जानें और इसकी कयो, िहा क बच्ों कयो इस प्यास क लिए
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मजम्दाररी भरी उठाए। अरर आपक क्ेत् बहुत-बहुत बधाई दता ह। ूँ
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में स्विंत्िा सग्राम से जभुड़ा कोई इतिहास सानरयो, रान्री की उरिब्धता और रान्री
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ह, क्कसरी सेनानरी की स्ृति ह, िो उसे भरी की विल्त, ये वकस्री भ्री दश की प्गवत
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अमि सरोिर से जोड़ सकिे ह। िसे मुझे और गवत कयो लनधा्पठरत करते ह। आरने भ्री
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यह जानकर अच्ा िगा वक अमृत सरयोिर गरौर वकया हयोगा वक ‘मन की बात’ में, मैं,
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का सांकल्प िने क बाद कई स्िों रर स्वच्ता जैसे विषयों क साथ ह्री बार-बार
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इस रर तज़्री से काम शुरू हयो चुका ह। मुझ े जि सांरक्षण की बात ज़रुर करता ह। हमारे
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यर्री क रामरुर की ग्राम रचायत रटिाई तयो ग्रथों में स्पष्ट रूर से कहा गया ह –
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क बारे में जानकार्री लमि्री ह। िहा रर ग्राम पयासियम् परमम् लोक,
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सभा की भलम रर एक तािाब था, िवकन जीवयाियाम् जीविम् िमृतम्।।
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