Page 9 - Mann Ki Baat Hindi
P. 9
े
े
ू
े
ियोग यर्रीआई से ह्री िन-दन कर रह ह। यर्रीआई ट्ाांजेक्शन कर्रीब 10 िाख करयोड़
ू
ैं
े
े
ूँ
ठिणजटि इकॉनम्री से दश में एक कलचर रुरये तक रहुच गया। इससे दश में सुविधा
ै
भ्री रैदा हयो रहा ह। गि्री-नक्ड़ की छयोट्री- भ्री बढ़ रह्री ह और ईमानदार्री का माहरौि भ्री
ु
ै
छयोट्री दुकानों में ठिणजटि रेमेंट हयोने से उन् ें बन रहा ह। अब तयो दश में दफनटक से जुड़ े
े
ै
े
ज़ादा से ज़ादा ग्राहकों कयो सविविस दना कई नये ्टाट-अर भ्री आगे बढ़ रह ह। मैं
ैं
्प
े
े
आसान हयो गया ह। उन् अब खि रैसों की चाहरा क्क अरर आपक पास भरी डिमजटल
ें
े
े
ु
ँ
ै
भ्री ददक्त नहीं हयोत्री। आर भ्री यर्रीआई की पेमेंट और स्ाट-अप इकोमसस्म की इस
्ग
ू
े
भु
भु
ैं
सुविधा कयो रयोज़मरा क ज्रीिन में महसूस िाकि से जड़ अनभि ह िो उन् साझा
ें
्प
े
े
भु
े
करते होंगे। कहीं भ्री गए, कश ि जाने का, कडरए। आपक अनभि दूसरे कई और
ै
े
े
ैं
ां
बैंक जाने का, एट्रीएम खयोजने का, झझट दशिामसयों क नलए प्ररणा बन सकिे ह।
े
ह्री ख़त्। मयोबाइि से ह्री सारे रेमेंट हयो जात े
ै
े
ह, िवकन, क्ा आरने कभ्री सयोचा ह वक
ैं
े
मेरे प्यारे दशवयासियो,
े
े
आरक इन छयोट-छयोट ऑनिाइन रेमेंट
े
ै
े
े
से दश में वकतन्री बड़्री ठिणजटि इकॉनम्री टक्योिॉज्री की ताकत कसे सामान्
ै
े
ै
तैयार हुई ह। इस समय हमारे दश में कर्रीब ियोगों का ज्रीिन बदि रह्री ह, ये हमें
20 हज़ार करयोड़ रुरये क ट्ाांजक्शस हर हमारे आस-रास िगातार नज़र आ रहा
े
ां
े
ै
े
े
ददन हयो रह ह। वरछि माच क मह्रीने में तयो ह। टक्योिॉज्री ने एक और बड़ा काम
्प
े
ैं
े
6