Page 17 - Mann Ki Baat Hindi
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        मोदरीजरी – चलिए गरौरि ज्री, बहुत अच्ा   रोड़ा  बहुि  िर  होिा  ह,  िो  िर  भरी  पूररी
        िगा मुझे और आरने लमशन मयोि में इस   िरह समाप्त हो जाएरा।
        काम  कयो  उठाया  ह  और  विशेषकर  की
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                                           मेरे प्ारे दशिामसयो, ‘मन की बात’ में आज
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        आरकी माता ज्री ने एक अच् गुरु क रूर
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                                           म्ूणज़ यम से िकर मैथ तक कई ज्ानिधक
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        में आरकयो इस रास् रर ि गई। और आज
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                                           विषयों रर चचा हुई। ये सब विषय आर ियोगों
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        आर िाखों बच्ों कयो उस रास् रर ि जा
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                                           क सुझािों से ह्री ‘मन की बात’ का ठहस्ा
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        रह  ह।  मेर्री  तरफ  से  आरकयो  बहुत-बहुत
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                                                   ैं
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        शुभकामनाए।
                                           अरने सुझाि NaMo App और MyGov क
                                                                        े
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        रौरि – शुवरिया सर ! मैं आरका आभार   ज़ठरए भेजते रठहए। आने िाि ददनों में दश
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        वक्त करता ह सर ! वक िैददक गणणत कयो   में ईद का त्योहार भ्री आने िािा ह। 3 मई
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        आरने महत्व ददया और मुझे चुना सर ! तयो   कयो  अक्षय  तृत्रीया  और  भगिान  ररशुराम
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        ि्री आर िेर्री थैंकफि।             की जयत्री भ्री मनाई जाएग्री। कछ ददन बाद
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                                           ह्री िैशाख बुध रणणविमा का रि भ्री आएगा।
        मोदरीजरी - बहुत-बहुत धन्िाद। नमस्कार।
                                           ये सभरी त्ोहार संयम, पक्ित्िा, दान और
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        रौरि – नमस् सर।
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                                           सौहाद  क  पि  ह।  आप  सभरी  को  इन  पिवों
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        सानरयो,  रौरि  जरी  ने  बड़  अच्  िररीक   की अनग्रम शभकामनाए। इन पिवों को खूब
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        से बिाया क्क िैददक रणणि कसे रणणि   उल्ास और सौहाद क सार मनाइए। इन
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        को  मश्किल  से  मज़ेदार  बना  सकिा   सबक बरीच, आपको कोरोना से भरी सिक
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        ह।  यहरी  नहीं,  िैददक  रणणि  से  आप   रहना ह। मास् लराना, ननयममि अिराल
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        बड़री-बड़री  साइडटक्फक  प्रोब्लम्स  भरी   पर हार धभुलिे रहना, बचाि क नलए जो भरी
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        सोल्व  कर  सकिे  ह।  मैं  चाहरा,  सभरी   ज़रुररी उपाय ह, आप उनका पालन करि  े
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        मािा-क्पिा  अपने  बच्ों  को  िैददक   रह। अगि्री बार ‘मन की बात’ में हम दफर
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        रणणि  ज़रुर  मसखाए।  इससे,  उनका    लमिगे और आरक भेजे गए कछ और नए
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        कॉश्फििस िो बढ़रा हरी, उनक ब्ेन की   विषयों रर चचा करेंगे- तब तक क लिए
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        एनानलडटकल पािर भरी बढ़ररी और हाँ,   विदा िते ह।
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        रणणि  को  लकर  कछ  बच्ों  में  जो  भरी    बहुि बहुि धन्यिाद।
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