Page 55 - Mann Ki Baat Hindi
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                               आयुष करल - दिवाग कलाकार
                                    ु
                                    ं
                                                                 े
        अरन्री किा क माध्म से अरन्री रहचान   था।  आयुष  कयो  मयोद्रीज्री  से  प्रणा  लमि्री
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        बना  रह  ह  और  इतने  ियोग  उनक  काय्प   वक  इसान  कयो  कभ्री  उम््रीद  नहीं  छयोड़न्री
                      ैं
              ां
        की प्शसा करते ह। आज श््री नरेन्द् मयोद्री   चाठहए और हमेशा आगे बढ़ते रहना चाठहए।”
                                                                     ां
        और श््री अलमताभ बच्न सठहत कई ियोग   उन्ोंने  आगे  कहा  वक  जब  प्धानमत््री  ज्री
                                      ैं
           ें
        उन्  सयोशि  म्रीठिया  रर  फॉियो  करते  ह।   ने उनसे रूछा वक आयुष कसे रेंट करता ह,  ै
                                                             ै
                                                     ै
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        हाि ह्री में उन्ोंने प्धानमत््री से मुिाकात   खाना खाता ह, और हम उसकी बातें कस  े
                                                  ैं
        की  जयो  उनकी  किात्क  प्वतभा  और   समझते ह, तयो उन्ोंने मयोद्रीज्री कयो बताया
                                                                      ैं
        सकारात्क    भािना   से   अत्गधक    वक िह उसकी आूँखों से समझ जात्री ह वक
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        प्भावित  थे  और  बयोि  वक  आयुष  से   िह क्ा कहना चाहता ह। ै
        लमिना  उनक  लिए  एक  अविस्मरण्रीय
                  े
                                           आयुष का रठरिार भि्री-भाूँवत जानता ह  ै
        अनुभि था। उन्ोंने ियोगों से उनकी रठट िं ग
                                   ें
                                           वक एनज्रीओ ि्रीओएसएर्री ने आयुष और
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        दखने का आग्रह वकया।
                                           हज़ारों  अन्  ददवाांगजनों  क  ज्रीिन  में
                                                                े
        आयुष  का  रठरिार,  विशेष  रूर  से  उनकी   क्ा  भूलमका  लनभाई  ह।  उनकी  मा  और
                                                            ै
                                                                     ूँ
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        मा और बहन, एक मज़बूत स्भ क रूर म  ें  बहन  भ्री  इस  सस्ान  से  िॉिठटयस्प  क
                                                                  ां
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        उनक साथ खड़्री रह्री ह। उनकी मा आज भ्री   तरौर रर जुड़ ह। ैं
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        अरना अनुभि याद करत्री ह जब िह आयुष
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                                           आयुष  की  कहान्री  बतात्री  ह  वक  समाज
                                                                ै
        क साथ प्धानमत््री ज्री से लमिने गई थीं।
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                                           ददवाांगजन  की  िास्विक  क्षमता  और
                 ैं
        िह कहत्री ह, “आयुष कयो यह दखकर बहुत
                              े
                                           प्वतभा कयो उजागर करने में क्ा भूलमका
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        खुश्री हुई वक हमारे दश क प्धानमत््री एक
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                                                      ै
                                           लनभा सकता ह। साथ ह्री, इस तथ् रर भ्री
                               े
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        ददवाांग िड़क कयो प्ार से गि िगा रह  े
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                                           प्काश  िाित्री  ह  वक  ददवाांगजन  बेहद
        ह  और  उसक  साथ  इतना  अच्ा  विहार
         ैं
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                                                      ैं
                                           प्वतभाशाि्री  ह,  उन्  किि  अिसर  और
                                                          ें
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        कर रह ह। यह िाकई बहुत अच्ा अनुभि
                                           सह्री मच की आिश्यकता ह। ै
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