Page 58 - Mann Ki Baat Hindi
P. 58

असम में 2,950 से अगधक अमृत सरयोिरों
                         ां
          "मानन्रीय  प्धानमत््री  श््री  नरेन्द्   की  आधारणशिा  भ्री  रख्री।  यह  रूरे  दश
                                                                        े
          मयोद्री  द्ारा  शुरू  वकया  गया  अमृत   क  लिए  गि्प  का  क्षण  ह  वक  प्धानमत््री
                                                             ै
                                            े
                                                                       ां
          सरयोिर  अलभयान  एक  बहुत  ह्री   की  रठरकल्पना  कयो  साकार  करने  क
                                                                        े
                      ै
          अच्ा  कदम  ह।  हमारे  रटिाई  का   लिए, इतने कम समय में समूचे भारत में
          तािाब बहुत ह्री बुर्री स्स् वत में था।   नागठरकों क साथ प्शासन आगे आ रहा
                                                    े
                              ू
             ूँ
          यहा  हमेशा  गन्ग्री  और  कड़ा  भरा   ह। िह ददन दूर नहीं जब हमारे दश क हर
                                                                   े
                                            ै
                                                                      े
          रहता ह| रर अब सारा कड़ा यहा से    णज़ ि में 75 अमृत सरयोिर होंगे।
                            ू
                ै
                                  ूँ
                                              े
                       ै
          हटा  ददया  गया  ह  और  तािाब  का
                                           जल-संरक्णः  एक  प्राचरीन
          सौंदयमीकरण वकया गया ह। हम खुश
                             ै
           ैं

          ह वक अब ियोग इस अमृत सरयोिर      भारिरीय परंपरा
              े
          कयो दखने आया करेंगे।"
                                                                 े
                                                 पाननयम् परमम् लोक,
                             - शहनाज़            जरीिानाम् जरीिनम् समृिम्
              लनिास्री, ग्राम रांचायत रटिाई,
                                                          ां
                                                                       े
                                           जि  सबसे  बड़ा  ससाधन  और  प्त्क
                         रामरुर (ऊ. प्.)
                                                                     ै
                                           ज्रीि  क  लिए  ज्रीिन  का  आधार  ह।  िेदों
                                                े
                                              े
                                           से िकर रुराणों तक दखा जा सकता ह  ै
                                                            े
                                                                     ां
                                                    ू
                                           वक  हमारे  रि्पजों  ने  हमेशा  जि-सरक्षण
                                      ्प
                                ू
        सरयोिर अब रक्ी द्रीिार, एक फि कयोट,
                                                                    े
                                                              ां
                                                       ै
                                           रर  ज़योर  ददया  ह।  जि-सरक्षण  क  लिए
        फव्ारे और िाइ्टस से सुशयोलभत ह। ै
                                           तािाबों,  झ्रीिों  और  अन्  सरचनाओां
                                                                   ां
        भारत सरकार, प्धानमत््री श््री नरेन्द् मयोद्री   का लनमा्पण करना वगक्त का सामाणजक
                         ां
        क नेतृत्व में, अमृत सरयोिर अलभयान कयो   और  आध्ास्कत्क  कत्पव  माना  गया  ह।
         े
                                                                        ै
                                      े
        अखखि भारत्रीय अलभयान में बदिने क   हमारे  रि्पजों  ने  प्ाच्रीन  णसिंधु-सरस्वत्री
                                                 ू
                                   ै
        लिए अब एक बड़ा कदम उठा रह्री ह। 24   और  हड़प्ा  सभ्यताओां  क  दरौरान  भ्री
                                                               े
        अप्ैि 2022 कयो प्धानमत््री ने जम् और   इज्रीलनयठरिंग  क  चमत्कार  वकए।  प्ाच्रीन
                           ां
                                   ू
                                            ां
                                                      े
        कश््रीर  से  'अमृत  सरयोिर  अलभयान'  की   नगरों में जि स्योतों की ररस्पर प्णाि्री,
        शुरुआत की। उन्ोंने 28 अप्ैि 2022 कयो   धयोिाि्रीरा  क  जिाशय  आदद  से  रता
                                                     े
                                                    चिता  ह  वक  प्ाच्रीन  काि
                                                          ै
                                                    में  भ्री  जि-सरक्षण  क  प्वत
                                                              ां
                                                                    े
                                                    बहुत अगधक जागरूकता थ्री।
                                                    आज  हम  जैसे-जैसे  प्गवत
                                                                       े
                                                     े
                                                    क रथ रर अग्रसर हयो रह ह,  ैं
                                                    हम  इन  प्ाच्रीन  चमत्कारों
                                                                       ां
                                                         ू
                                                    कयो  भि  रह  ह।  प्धानमत््री
                                                             े
                                                                ैं
                                                    श््री नरेन्द् मयोद्री ने नागठरकों
                                                    से  जि-सरक्षण  की  ऐस्री
                                                            ां
           धोलाि्रीरा की बािल्री  मोहन जोिड़ो का बृहत्सानागार
                                       55
   53   54   55   56   57   58   59   60   61   62   63