Page 56 - Mann Ki Baat Hindi
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अमृत िरोवर असभययाि
जल िंरक्ि की ओर एक अिूठया कदम
सानरयो, इस समय आज़ादरी क भारत में गममी िगभग अरने चरम रर
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75िें साल में, आज़ादरी क अमृि ह। बढ़ते तारमान और िू क साथ दश
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महोत्सि में, दश मजन संकल्ों को क कई ठहस्ों में रान्री की कम्री की
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लकर आरे बढ़ रहा ह, उनमें जल समस्ा भ्री बढ़ जात्री ह। रान्री की कम्री
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संरक्ण भरी एक ह। अमि महोत्सि न किि इसानों बक्ल् जानिरों कयो भ्री
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क दौरान दश क हर मजल में 75 प्भावित करत्री ह। जि सरक्षण का विषय
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अमि सरोिर बनाए जाएरे। जल स े प्धानमत््री श््री नरेन्द् मयोद्री क भ्री बहुत
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जड़ा हर प्रयास हमारे कल से जड़ा ह। कर्रीब ह। दश क हर घर में स्वच् रान्री
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हम बँद-बँद जल बचाएरे और हर की उरिब्धता सुलनलचित करने की उनकी
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एक जरीिन बचाएरे। रठरकल्पना न किि मनुष्यों, अवरतु
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जानिरों, एिां आने िाि्री र्रीठढ़यों क सदभ्प
– प्रधानमंत्री श्ररी नरेन्द् मोदरी
में भ्री ह। यह एक ऐसा मांत् बन गया ह, ै
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(‘मन की बाि’ क अपने सम्ोधन में)
णजस रर रूर्री सरकार अथक रूर से काम
कर रह्री ह। ै
भारि क जल योद्ाओं का
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"मुझे बहुत अच्ा िगता ह जब मैं
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राष्ट क नेता क रूर में, मयोद्रीज्री न
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कयोस्री नद्री में रान्री बहते हुए दखत्री
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किि सांधारण्रीय भविष्य की ददशा
ह| मैं जिसरक्षण क लिए काम
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में सरकार क प्यासों क लिए प्मुख
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करत्री रहग्री क्ूांवक जि ह्री ज्रीिन
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प्रक ह, बक्ल् सभ्री नागठरकों क
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ह। मैं मानन्रीय प्धानमत््री श््री नरेन्द्
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लिए भ्री एक प्ेरणा ह। रोहन काल,
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मयोद्री का धन्िाद करना चाहग्री
अरुण कष्णमतिशि, मपटिम श्ररीनारायण,
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वक उन्ोंने मेरे काम कयो सराहा और
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दश भर क कछ जि-ययोद्धा ह जयो जि
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भारत सरकार कयो भ्री मुझे रद्मश््री से
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सरक्षण अलभयान का नेतृत्व कर रह ह।
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सम्ालनत करने क लिए धन्िाद
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भारत सरकार ऐसे सभ्री जि ययोद्धाओां
कहना चाहग्री।"
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की बहुत सराहना करत्री ह जयो दश म ें
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- पद्मश्ररी बसिरी दिरी
रया्पप् मात्ा में जि की उरिब्धता
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सलनलचित करने क लिए ज़म्रीन्री स्र
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