Page 43 - Mann Ki Baat - Hindi May 2022
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बदििा िमारा कत्तन्सव् ि” -
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इि पंक्क्यों क साथ प्धािमंत्ी
िरेन्द् मोदी िे भारत क िौि
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पुरुर कती 140िीं जयंती (31
अक्ट ू बर, 2015) पर एक भारत
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श्ष्ठ भारत का शुभारम्
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वकया। इस कायन्सरिम का उद्श्य
राष्ट्ीय एकता कती भाििा को
बढ़ािा दिा और भारत क
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िागहरकों क बीच भाििात्मक
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संबंधों क तािे-बािे को
मज़बूत करिा ि। कायन्सरिम
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क शुभारम् क बाद से, भारत
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सरकार िे राज्य सरकारों क
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साथ-साथ राष्ट् क विनभन्न क्त्ों क बीच करोि-करोि पर बदल पानी,
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साकिवतक और भाराई आदाि-प्दाि िार करोि पर बानी,
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को बढ़ािा दिे क निए विनभन्न पिि कती पर एक ह िरो नहीं बदलता
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ि, जैसे राज्यों कती भागीदारी, राष्ट्ीय स्तर वह ह डहंदुस्ानी
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पर प्वतयोक्गताए और प्श्नोत्तरी आफद।
िर दो मीि पर पािी का स्वाद बदि जाता
भारा, एक से दूसरी पीढ़ी और एक क्ेत् ि, िर चार मीि में बोिी बदि जाती ि, ै
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से दूसरे क्ेत् में संकिवत क संचरण का िवकि जो ििीं बदिते िे ि िम भारतीय।
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माध्म ि। भारत, सांकिवतक रूप से यि प्रसद्ध किाित ‘भारत कती विविधता
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विविध राष्ट् िोिे क िाते, ि किि कई में एकता’ को दशान्सती ि। िास्ति में, 2011
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भाराओं से संपन्न ि, बक्कि यि सबसे कती जिगणिा क अिुसार भारत में
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प्ाचीि भाराओं में से कछ कती जन्स्िी 19,000 से अक्धक भाराए और बोनिया ूँ
भी ि। ै बोिी जाती ि। ैं
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