Page 51 - Mann Ki Baat - Hindi May 2022
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ु
को अतििीय अिसर
ैं
े
उपिधि कराती ि, िवकि
ु
े
कछ िोग कदारिाथ जैस े
तीथन्सस्िों में फिाई गई
ै
े
गंदगी को दखकर बहुत
दुःखी िोते ि। अपिे ‘मि
ैं
कती बात’ सम्ोधि म ें
े
प्धािमंत्ी िे कदारिाथ
े
तीथ न्स क आस-पास
नमििे िािी गंदगी
से जुड़ श्द्धािुओं क
े
े
अिुभिों पर क्चंता व्क्
कती ि। उन्ोंिे िागहरकों
ै
से तीथ स्िों को साफ़-
न्स
सुथरा रखिे कती अपीि
कती ि। उन्ोंिे किा,
ै
‘‘...रजतिी ज़रूरी तीथ न्स
यात्ा ि, उतिी िी ज़रूरी
ै
ै
तीथ सिा ि।”
न्स
े
यि पििी बार ििीं जब
प्धािमंत्ी िे स्वच्छता क
े
मित्व पर जोर फदया ि। िि
ै
कई बार िोगों से गांधीजी
क सपिों क स्वच्छ भारत
े
े
को साकार करिे को
े
कि चुक ि। शौचािय,
ैं
सामुदाक्यक स्वच्छता
तत् तथा ठोस एिं गीिा
ं
कचरा प्बंधि पर ध्ाि
दते हुए भारत सरकार
े
िे 2 अक्बर 2014 को
ू
एक राष्ट्ीय अनभयाि
े
क तित ‘स्वच्छ भारत
अनभयाि’ का शुभारम्
वकया था। साथ िी,
सरकार िे साफ़-सफाई
े
क मित्व को व्ापक रूप
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