Page 24 - Mann Ki Baat Hindi
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प्ररयािमंत्ी िंग्रहयालयः भयारत क प्ररयािमंचत्यों को िमकपपित
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स्वतांत्ता क बाद वरछि 75 िषषों
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में दश क विकास में भारत क
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प्त्क प्धानमत््री क ययोगदान
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का यह एक वििरणात्क ठरकॉि ्प
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ह। 15,600 िग्प म्रीटर से अगधक
क क्षेत् में बना यह सग्रहािय
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रुरातन और नि्रीन क सहज
लमश्ण का प्वतलनगधत्व करता
ह। यह विलभन्न आगतुकों कयो
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समाययोणजत कर सकता ह। ै
सग्रहािय भिन का ठिज़ाइन
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उभरते भारत की कहान्री से प्ेठरत
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ह। सग्रहािय का प्त्रीक गचह्न,
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धम्पचरि धारण करने िाि भारत
क ियोगों क हाथों का प्वतलनगधत्व
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ह जयो राष्ट और ियोकतांत् क भाि
कयो दशा्पता ह। ै
43 द्रीघा्पओां का सरगम, यह
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सग्रहािय दशा्पता ह वक कसे
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हमारे प्धानमांवत्यों ने विलभन्न
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चुनरौवतयों क समय में दश का
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दे
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माग्पलनदशन वकया और दश
की सिाांग्रीण प्गवत सुलनलचित
की। सग्रहािय ने अत्ाधुलनक
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प्रौद्योगगकी-आधाठरत इटरफस
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कयो लनययोणजत वकया ह। हयोियोग्राम,
VR, AR, मल््री-टच, मल््रीम्रीठिया,
इटरेक्क्ि वकययोस्क, स्माटफयोन
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एस्कप्कशन, इटरेक्क्ि ्रिीन
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और एक्सरठरमेंटि इ्टॉिशन
सग्रहािय कयो अत्गधक
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इटरैक्क्ि और आकष्पक
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बनाते ह। ैं
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