Page 26 - Mann Ki Baat Hindi
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          प्ररयािमंत्ी िंग्रहयालय : दश की रयाजिीचतक
                                मयान्यतया कया लोकतंत्ीकरि




                                               ैं
                                           हाथ ह जयो राष्ट और ियोकतांत् का प्त्रीक ह।
                                                                        ै
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                                           इसक ठिज़ाइन में ऊजा सरक्षण क ठटकाऊ
                                                                  े
                                                             ां
                                           तर्रीकों का इस्माि हुआ ह। लनमाण क
                                                                        े
                                                                     ्प
                                                       े
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                                           दरौरान न तयो कयोई रेड़ काटा गया, न अरन्री
                                           जगह से हटाया गया। रया्पिरण से जुड़ रक्षों
                                                                     े
                                           कयो सिवोच् प्ाथलमकता द्री गई।
                                                            ां
                                                                    े
                                           गरौरतिब  ह  वक  इस  सग्रहािय  क  लिए
                                                    ै
                                           विलभन्न  सांस्ाओां  में  उरिब्ध  सूचना
                श्ररी नृपेन्द् ममश्र       स्योतों/सग्रहों  से  जानकार्री  ि्री  गई।
                                                 ां
                     अध्क्ष                इन  सस्ाओां  में  प्सार  भारत्री,  दफलम्स
                                                ां
           एनएमएमएि काय्पकार्री रठरषद      ठिि्रीज़न,  सांसद  ट्रीि्री,  रक्षा  मांत्ािय  और
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                                           दश्री-विदश्री  म्रीठिया  सस्ान,  विदश्री
                                                                       े
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        प्धानमत््री  श््री  नरेन्द्  मयोद्री  ने  24  अप्ैि   समाचार एजणसयाां और  विदश मत्ािय का
                                                                  ां
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        2022  कयो  'मन  की  बात'  में  कहा  था  वक   तयोशाखाना  आदद  शालमि  ह।  अलभिख्रीय
                                                                     े
                                                               ैं
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        प्धानमत््री  सांग्रहािय  ऐसे  अनेक  तथ्ों   सामग्र्री  (लनज्री दस्ािेजों क सग्रह, समग्र
                                                                  ां
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        कयो  बताता  ह  जयो  अगधकतर  ियोगों  कयो   सग्रह  तथा  अन्  साठहस्कत्क  रचनाए,
                                                                        ूँ
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        मािूम  नहीं  ह।  सरकार  ने  त्रीनमवतवि   महत्वरण रत्ाचार), लनज्री सामान, उरहार
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        ए्टट में प्धानमत््री सांग्रहािय बनाने की   तथा  स्मृवत-गचह्न  (प्शस्स्याां,  सम्ान,
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        ययोजना बनाई। सांग्रहािय की सह्री जगह   रदक,   समकाि्रीन   ठटकट,   णसक्
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                                                                 ें
        तय  करना  और  इसका  ऐसा  ठिज़ाइन     आदद), प्धानमांवत्यों क भाषण आदद का
                                                            े
        बनाना  तावक  यह  रठरसर  क  राष्ट्रीय     इस्माि करते हुए विलभन्न प्धानमांवत्यों
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                                              े
        धरयोहर  जैसे    िातािरण  क  अनुरूर  िगे,   क ज्रीिन क विलभन्न रक्षों कयो एक थ्रीम
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                                                    े
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        अत्त महत्वरण काय थे। अक्तबर 2018   क स्वरूर में प्स्त वकया गया ह। उदाहरण
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                                                       ु
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        में भलमरूजन क साथ इस रठरययोजना का   क लिए, श््री िाि बहादुर शास्त्री ने अरन  े
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                                            े
        शुभारम्भ हुआ।                      वििाह में उरहार क रूर में अरन्री रत््री क
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        नए  भिन  का  ठिज़ाइन  उद्रीयमान  भारत   रठरिार-जनों से मात् एक चरखा स्व्रीकार
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        की गाथा से प्ेठरत ह। इसका प्त्रीक-गचह्न   वकया था। उनक रठरिार-जनों द्ारा प्दान
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                                                             ां
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        (ियोगयो) धमचरि कयो थामे हुए भारत्रीयों क   वकया गया िह चरखा सग्रहािय में रखा
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