Page 63 - Mann Ki Baat Hindi
P. 63
आज, इस तािाब का सौंदयमीकरण ने िालाब में कचरा िालना बंद क्कया।
े
ां
े
ठरटनर और बाउड््री द्रीिारों, िाइ्टस, लोरों की मदद और ग्राम पंचायि क
ृ
फव्ारों एि फ़ ू ि कयोट से वकया जा चुका प्रयास से, आज हमारे पटिाई को अमि
ां
्प
ै
े
े
ै
ह। अमृत सरयोिर क रठरसर में नािों की सरोिर क नलए जाना जा रहा ह। क्ेत्
े
ैं
्प
विस्ा हयोने से रयटक नरौका विहार क ननिासरी बहुि खभुश ह क्क प्रधानमंत्री
े
ृ
े
ां
का आनद भ्री ि सकते ह। ैं जरी ने हमारे अमि सरोिर का उल्ख
ै
राष्टरीय स्र पर क्कया ह। हम चाहि े
‘मन की बात’ में प्धानमत््री मयोद्री द्ारा
ां
े
ृ
ह क्क दश क हर डहस् में ऐसे अमि
े
ैं
े
े
इस अमृत सरयोिर का उल्ख करन े
्ग
सरोिर बनें। इससे न मसफ रोज़रार
क बाद से रटिाई क्षेत् क प्शासन एि ां
े
े
े
बढ़रा, बल्कि क्ेत् क जल स्र में भरी
े
लनिाणसयों में एक खुश्री की िहर ह।
ै
भु
सधार आएरा।" रटिाई क ग्राम प्धान
े
े
उनक प्यासों की सराहना उच्तम स्र
ां
जमरील अहमद अंसाररी ने ग्राम रचायत
ै
रर हयो रह्री ह, ये जान कर क्षेत् क ियोग
े
े
क अमृत सरयोिर की सराहना करने क
े
बहुत आनांददत ह। रटिाई लनिास्री राजरीि
ैं
ां
लिए प्धानमत््री का धन्िाद वकया और
े
कमार रस्ोररी का कहना ह, "पहल लोर
भु
ै
कहा, “निननममशिि अमि सरोिर किल
े
ृ
इस िालाब में कचरा फका करिे रे, हमारे राि, पड़ोसरी शहरों से पयटकों को
ें
्ग
ँ
क्फर हमारे मजला अतधकाररी श्ररी अंजनय े हरी नहीं, बल्कि दश क क्िमभन्न डहस्ों
े
े
कमार मसंह द्ारा स्वच्िा क नलए क लोरों को भरी आकक्षशिि करेरा। इसस े
े
भु
े
े
ै
फलाई रई जाररूकिा क कारण लोरों हमाररी आय में िृणद् होररी।"
60